सीमा विवाद को लेकर चीन और भारत में तनातनी के बीच, 29 जून,
2020 को भारत में 59 चीनी ऐप्स पर प्रतिबंध लगा दिया गया. इसके बाद सोशल मीडिया पर अचानक ही #PUBG ट्रेंड करने लगा. ऐसे दावे किए जाने लगे कि मशहूर गेमिंग ऐप पबजी को भी बाकी चीनी ऐप्स के साथ बैन कर दिया गया है.नचनियों के लिए बुरी खबर:-भारत ने टिक-टोक, पब्जी समेत 59 चीनी एप्पस पर बैन लगाया..😍Posted by कट्टर हिन्दू शेरनी तनु on Monday, June 29, 2020
कई फेसबुक और टि्वटर यूजर्स ने इस दावे से जुड़े पोस्ट शेयर किए हैं. इंडिया टुडे के एंटी फेक न्यूज वॉर रूम (AFWA) ने पाया कि यह दावा गलत है. पबजी न तो चीनी ऐप है और न ही उस पर रोक लगी है.
पोस्ट को शेयर करते हुए एक यूजर ने लिखा, “नचनियों के लिए बुरी खबर. भारत ने टिक-टॉक, पबजी समेत 59 चीनी ऐप्स पर बैन लगाया”. एक अन्य यूजर ने लिखा, “बधाई, टिक टॉक और पबजी सहित चीन के 59 ऐप्स पर भारत सरकार ने पाबंदी लगाई.”
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे कुछ पोस्ट्स में यह भी कहा जा रहा था कि पबजी टेंसेंट गेम्स नाम की चीनी कंपनी का ऐप है.
कीवर्ड सर्च के जरिये हमें पता लगा कि टेंसेंट गेम्स वह कंपनी है, जो भारत में पबजी के मोबाइल वर्जन का डिस्ट्रीब्यूशन देख रही है. यही वजह है कि प्लेस्टोर पर पब्जी ऐप सर्च करने पर लोगों को इसका नाम दिखता है.
पबजी गेम भारत में बहुत लोग पसंद करते हैं. इसे कई लोग मिलकर खेलते हैं. इसमें खिलाडियों के बीच लड़ाइयां होती हैं. लॉकडाउन के दौरान पबजी भारत में सबसे ज्यादा खेला जाने वाला मोबाइल गेम था.
कुल मिलाकर यह साफ है कि सोशल मीडिया पर किया जा रहा दावा गलत है. पबजी एक दक्षिण कोरियाई ऐप है और इसका नाम उन ऐप्स की लिस्ट में शामिल नहीं है, जिन पर भारत सरकार ने हाल ही में रोक लगाई है.
फैक्ट चेक

दावापबजी ऐप का नाम भारत में 29 जून, 2020 को बैन हुए चीनी ऐप्स की लिस्ट में शामिल है.निष्कर्षपबजी न ही चीनी ऐप है और न ही इस पर भारत में बैन लगा है.
झूठ बोले कौआ काटे
जितने कौवे उतनी बड़ी झूठ
- 1 कौआ: आधा सच
- 2 कौवे: ज्यादातर झूठ
- 3 कौवे: पूरी तरह गलत

एक वायरल पोस्ट का आर्काइव यहां देखा जा सकता है.
दावे की पड़ताल
हमने पाया कि भारत सरकार ने चीनी ऐप्स पर रोक लगाने से जुड़ी जो लिस्ट जारी की है, उसमें पबजी का नाम नहीं है.
इस लिस्ट को केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने भी टि्वटर पर शेयर किया है.
दक्षिण कोरियाई ऐप है पबजी
पबजी किस देश का ऐप है, यह पता लगाने के लिए हमने इंटरनेट पर कीवर्ड सर्च किया. हमें पता चला कि यह दक्षिण कोरियाई कंपनी क्राफ्टन गेम यूनियन का ऐप है. कंपनी की वेबसाइट पर साफ लिखा है कि पबजी गेम पर मालिकाना हक उनका है.
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे कुछ पोस्ट्स में यह भी कहा जा रहा था कि पबजी टेंसेंट गेम्स नाम की चीनी कंपनी का ऐप है.
कीवर्ड सर्च के जरिये हमें पता लगा कि टेंसेंट गेम्स वह कंपनी है, जो भारत में पबजी के मोबाइल वर्जन का डिस्ट्रीब्यूशन देख रही है. यही वजह है कि प्लेस्टोर पर पब्जी ऐप सर्च करने पर लोगों को इसका नाम दिखता है.
पबजी गेम भारत में बहुत लोग पसंद करते हैं. इसे कई लोग मिलकर खेलते हैं. इसमें खिलाडियों के बीच लड़ाइयां होती हैं. लॉकडाउन के दौरान पबजी भारत में सबसे ज्यादा खेला जाने वाला मोबाइल गेम था.
कुल मिलाकर यह साफ है कि सोशल मीडिया पर किया जा रहा दावा गलत है. पबजी एक दक्षिण कोरियाई ऐप है और इसका नाम उन ऐप्स की लिस्ट में शामिल नहीं है, जिन पर भारत सरकार ने हाल ही में रोक लगाई है.

No comments:
Post a Comment